क्यों अमेरिका ( #USA ) का लॉस वेगास #Las #Vegas जल रहा है? आग लगने का कारण?
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- आग लगने का कारण?
- आग कैसे लगी ?
- Venture Fire??
इन 03 पक्षों पर मूलतः इस लेख के माध्यम
से हम लोग संवाद करेंगे।
पृथ्वी के भौगोलिक परिदृश्य का दर्शन करते हैं तो पता चलता है कि -
- पृथ्वी पर जलवायु निर्धारित करने का अंतिम स्रोत
- सूर्य द्वारा जनित पृथ्वी का ताप है।
उपरोक्त चित्र का अध्ययन यदि ध्यान से करते हैं तब समझ में आता है कि-
- क्योंकि ताप का अंतर वायुदाब का अंतर लेकर आता है
- जिसमें ताप और वायुदाब का संबंध व्युत्क्रम होता है अर्थात
- अधिक ताप निम्न वायुदाब का निर्माण करता है।
- इस प्रकार जितना अधिक ताप उतना ही न्यूनतम वायुदाब।
हमने तीन शब्द निरंतर सुने हैं -
- हवा,
- वायु तथा
- पवन इसमें
अब दो शब्द हमारे पास रहते हैं वायु तथा पवन।
- "हमारे चारों ओर गैसों का मिश्रण है उसी को हम वायु कहते हैं
- जो की एक रंग हीन तथा गंध हीन गैसीय संरचना है।
"वायुदाब के प्रभाव में जब वायु अधिक दाब के क्षेत्र से काम दाब के क्षेत्र की ओर क्षैतिज स्तर पर एक निश्चित दिशा में चलती है तब उसको पवन" कहते हैं।
यदि पवन की जाति अर्थात प्रकार पर ध्यान दिया जाए तब पृथ्वी पर तीन प्रकार की पावने -
- स्थाई,
- ऋतु आधारित एवं
- स्थानीय पवने मिलती हैं।
जैसे कि -
- विषुवतीय पुर्वाई पवने स्थाई पवन का उदाहरण है, जबकि
- भारत में आने वाली मानसून पवन ऋतुआधारित पवन का उदाहरण है यह वर्ष के एक निश्चित कालखंड पर ऋतु परिवर्तन दशा में चलेगी
- इसके विपरीत एक छोटी भौगोलिक इकाई पर चलने वाली पवन स्थानीय पवन कहलाती है जैसे कि भारत की "लू" पवन।
हमने कहा कि पवन का संचरण अधिक दाब से कम
दाब के क्षेत्र की ओर क्षैतिज स्तर पर होता है।
अब इसी समझ के साथ "Las
Vegas" में जो आग लगी है पहले वहां के भौगोलिक परिदृश्य का अध्ययन
करते हैं।
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अध्ययन करने पर ध्यान में आता है कि -
- यह एक पश्चिमी तटीय क्षेत्र का नगर है, तथा
- इसके निकट "सोनोरन मरुस्थल/ Sonoran
Desert" एवं "ग्रेट बेसिन/ Great Basin" का
क्षेत्र है।
अब हमारे जीवन के प्रतिदिन का व्यवहार है कि-
- यदि आग से बचना है तो पानी डाल दीजिए
- इसका दूसरा अर्थ यह भी है कि यदि आग को लगने से रोकना है तो पानी की उपलब्धता या नमी की उपलब्धता बनाकर रखिए
- यदि नहीं रख पाएंगे तो आग लगेगी।
अब इस क्षेत्र के भौगोलिक स्थलाकृति को ध्यान से देखें तो -
- यह एक सूखाग्रस्त क्षेत्र है अर्थात यहां पहले से ही पानी / नमी की कमी है
- जल की उपलब्धता वनस्पति घनत्व का निर्धारण करती है
- इस प्रकार जल की कमी वनस्पति घनत्व को कम कर देती है
- परिणाम स्वरूप क्षेत्र में वाष्पीकरण की दर और बढ़ गई
- परिणाम स्वरूप यहां वनस्पति घनत्व और कम हुआ।
- अधिक वनस्पति घनत्व का अभाव वाष्पीकरण की दर को और तीव्र कर देता है
- परिणाम स्वरूप धरती और सुखी हो गई और शुष्क भूमि या मरुस्थली भूमि में परिवर्तित हो गई।
"Santa Ana (Veture Fire)" पवन -
- यह वह स्थानी पवन है
- जो की जुलाई से अक्टूबर के मध्य इसी क्षेत्र में स्थित
- उच्च ग्रेट बेसिन के क्षेत्र से निम्न क्षेत्र की ओर चलती है।
क्यों चलती है? तो उसका कारण हम जान चुके हैं कि -
- पवन सदैव अधिक वायुदाब क्षेत्र से निम्न वायुदाब क्षेत्र की ओर चलेगी।
- #USA ग्रेट बेसिन का क्षेत्र ऊंचा होने के कारण एवं उच्च अक्षांश स्थिति पर होने के कारण तुलनात्मक रूप से एक कम तापमान वाले क्षेत्र में परिवर्तित होगा।
- हम जानते हैं कम तापमान अर्थात अधिक वायुदाब
- इसके ठीक विपरीत दक्षिण पश्चिम का क्षेत्र एक निम्न वायुदाब का क्षेत्र में परिवर्तित होता है और यहीं पर "लास वेगास/ Las Vegas" स्थित है।
अब करणो पर ध्यान दीजिए -
- वर्षा की कमी अर्थात जल/नमी की कमी
- जिसने जन्म दिया वाष्पीकरण की अधिक दर को अर्थात
- शुष्क भूमि अर्थात शुष्क वनस्पति की स्थिति
- शुष्क भूमि अर्थात तापमान की तुलनात्मक अधिकता
- अधिक तापमान अर्थात कम वायुदाब, और
- पवन का प्रभाव अधिक वायुदाब क्षेत्र से कम वायुदाब क्षेत्र की ओर होता है।
तो निकटवर्ती उच्च वायुदाब क्षेत्र से एक
स्थानीय पवन "Santa Ana" इस निम्न वायुदाब क्षेत्र के
लिए चली।
क्षैतिज स्तर पर चली अर्थात भूमि की सतह
पर घर्षण करते हुए चली।
जब चली तो -
- उस क्षेत्र की सूखी पत्ती और वनस्पति के बीच में घर्षण ने एक चिंगारी को जन्म दिया, और
- परिणाम स्वरुप आग ( (Veture Fire)) लग गई और आगे का विस्तार पवन प्रवाह दिशा में ही हुआ।
- पवन प्रवाह दिशा के इस घर्षण में हो सकता है की एक तीव्र बिजली कड़की हो या
- यह मनुष्य की किसी एक छोटी सी लापरवाही का परिणाम हो।
कुल मिलाकर-
- प्राकृतिक या मानवीय करणों से एक चिंगारी जन्म लेती है, और
- जिस प्रकार हम किसी चूल्हे की आग को जलाने के लिए उसमें फूंक मारते हैं
- ठीक उसी प्रकार यह शुष्क पवन प्रवाह ने उस चिंगारी में फूंक मारने का काम किया परिणाम स्वरुप यह भीषण आग इस समय लास वेगास तथाउसके निकटवर्ती क्षेत्रों में लगी हुई है।
अभी तक की प्राप्त सूचना के अनुसार 24 से
30 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
यदि आप भूगोल के विद्यार्थी हैं तो-
- आपको पता होगा?
- यदि नहीं तो यह ब्रह्मांड सत्य मान लीजिए कि आपने जो अपना आंतरिक अंग वस्त्र पहन रखा है तथा उसके बाद की समस्त आपके जीवन की गतिविधियों एवं क्रियाएं भूगोल ही निर्धारित करता है।
इस आग का भीषण रूप होने का एक और कारण में -
- लास वेगास में बड़े स्तर पर लकड़ी का प्रयोग में लिया जाना है
- नहीं तो यह आग इतनी भीषण नहीं होती क्योंकि लकड़ी का जलना आग के लिए एक ईंधन का कार्य करता है।
आज का लगना प्राकृतिक कारण हो सकता है लेकिन उसका भीषण एवं विकराल रूप धारण करना मानवीय कारण है जहां-
- अधिक मात्रा में लकड़ी का उपयोग, एवं
- जलवायु परिवर्तन है
- क्योंकि वैज्ञानिक समुदाय इस मत का है कि वर्ष 2024 इस क्षेत्र में वर्षा की दृष्टि से न्यूनतम वर्षा वर्ष रहा
- तो आप समझ गए की पानी की उपलब्धता आग को बुझाने के लिए पूर्व की तुलना में और अधिक कम रही।
👀
ऐसा क्यों हुआ ?? क्योंकि -
- जलवायु परिवर्तन में निरंतर अनावश्यक बढ़ता तापमान वर्षा के चक्र को प्रभावित करता है
- परिणाम स्वरुप किसी एक स्थान पर सामान्य से अधिक वर्ष है और दूसरे स्थान पर सामान्य से कम वर्षा।
Las Vegas -
- प्रशांतमहासागर (Pacific Ocean) के तट पर कैलिफोर्निया की खाड़ी (Gulf of California) के निकट स्थित यह विश्व का आर्थिक एवं Hollywood के माध्यम से प्रभावित करने वाला विश्व पटल पर एक चमकता हुआ नगर है।
- कम वर्षा का क्षेत्र रहा है
- परिणाम स्वरुप तुलनात्मक रूप से वाष्पीकरण की दर अधिक हो गई, और
- पवन प्रवाह अपने तीव्रता स्तर पर था
- परिणाम स्वरूप एक चिंगारी उत्पन्न होती है
- वायु पवन अपने वेग के साथ उसका विस्तार करती है एवं सुखे क्षेत्र में उपलब्ध लकड़ी ने सब कुछ जला दिया।
प्रकृति निरंतर संकेत दे रही है कि -
- मनुष्य प्रजाति को अपने व्यवहार में प्रकृति पूरक परिवर्तन करना होगा
- नहीं तो भविष्य का विध्वंस एवं विनाश निश्चित है।
धन्यवाद।
👉 NCERT-भूगोल-कक्षा-07👀
1. अध्याय-01
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6. अध्याय-06
7. अध्याय-07
8. अध्याय-08
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