भारतीय सामाजिक व्यवस्था में किन्नर समाज का महत्व & Delhi Assembly Election & Result - 2025- CM- REKHA GUPTA & DCM- PRAVESH ( PARVESH) VERMA
👉प्रथम यह अध्ययन करें 👀
01- राज्य व्यवस्था- विविधता
- भारतीय समाज में सामाजिक व्यवस्था की विविधता व्यवस्था के अंतर्गत त्रेता युग से किन्नर समाज का उल्लेख मिलता है।
- रामचरितमानस मे तुलसीदास जी किन्नर को "सखी" कहकर उल्लेखित करते हैं तथा बताते हैं की -
- राम एवं सीता के विवाह समारोह में वरमाला डालने के लिए मां जानकी को किन्नर उत्साहित करते हैं तथा
- विशेष उल्लेख में बताया गया की किन्नर समाज के आशीर्वाद के साथ ही मां सीता एवं प्रभु श्री राम का विवाह संपन्न हुआ।
- द्वापर युग में भी महाभारत काल में अर्जुन का उल्लेख होते समय किन्नर का मंतव्य ध्यान में आता है।
- धर्म की विजय महाभारत रणभूमि में स्थापित करने में "किन्नर शिखंडी" का निर्णायक योगदान है क्योंकि उस वृतांत मैं किन्नर शिखंडी को सामने रख ही भीष्म वध किया गया था और इस प्रकार अधर्म पर धर्म की विजय सुनिश्चित की गई थी।
- भारतीय सामाजिक व्यवस्था में किन्नर समाज वह व्यवस्था है जिसने-
- देवताओं,
- यक्ष,
- गंधर्व के साथ अपने अस्तित्व को साझा किया है।
- मूल वृतांत यह निकल कर आता है कि -
- भारतीय सामाजिक व्यवस्था एवं
- विविधता का अस्तित्व किन्नर समाज की अनुपस्थिति में अधूरा है।
- भारतीय संस्कृति व्यवस्था की धुरी
- सामाजिक व्यवस्था का पालन पोषण एवं सहसंबंध है
- इस प्रकार निष्कर्ष यह निकलता है कि किन्नर समाज की अनुपस्थिति में भारतीय संस्कृति अधूरी सिद्ध होती है।
- मुगल काल में किन्नरों की व्यवस्था मुगल राजाओं के हरम में थी जहां उनकी रानियों को पुरुष लिंग की असुरक्षा से बचाने के लिए किन्नर समाज के लोगों को रानियों की व्यवस्था एवं भरण पोषण में लगाया जाता था।
- त्रेता युग से लेकर मुगल काल के समय तक किन्नर समाज की सामाजिक महत्व में जो परिवर्तन है उसमें -
- त्रेता युग में इस समाज का सांस्कृतिक महत्व था
- जो पतन होते होते मुगल समाज में केवल एक लिंग सुरक्षा प्रहरी तक सीमित हो गया।
- भारतीय सामाजिक व्यवस्था का पतन मध्यकालीन इतिहास मैं बहुत तीव्र गति से हुआ जहां जाति व्यवस्था की "बंद सामाजिक व्यवस्था (Closed Social Model)" प्रारंभ होती है और इसमें किन्नर समाज की सांस्कृतिक व्यवस्था स्थान धीरे-धीरे विलुप्त होता चला गया।
- वर्तमान परिदृश्य में समाज के एक बड़े वर्ग में किन्नर की मुख्य पहचान हिजड़ा सूचक शब्द के रूप में होती है जो कि एक "सामाजिक बहिष्कृत शब्द" है।
- आधारभूत प्रश्न भारतीय समाज के समक्ष एक विभीषिका बनकर खड़ा हुआ है कि, "क्या किन्नर समाज की पहचान मात्र केवल उसकी कामुक शक्ति अथवा प्रजनन सूचक शारीरिक अंग से ही पहचानी जाएगी?"
- दया,
- करुणा,
- क्षमा,
- प्रेम,
- धैर्य,
- शक्ति आदि जैसे मानवीय पक्ष गौंड़ हो जाते हैं।
- नवीन सामाजिक व्यवस्था में समाज के द्वारा किन्नर सामाजिक विविधता का बहिष्कार निर्णायक रूप में किया गया है जहां केवल आज "किन्नर समाज एक विलुप्त सामाजिक परिपेक्ष" में रह गया है।
- सामाजिक व्यवस्था में -
- परिवार में बच्चे का आगमन हो,
- व्यापार संबंधी मंगल कार्य हो या
- अन्य कोई सामाजिक प्रतिष्ठा का कार्य रहा किन्नर समाज की सहभागिता उसमें अवश्यंभावी रही जो कि वर्तमान परिदृश्य में नहीं दिखाई देती।
- किन्नर समाज में भी सामाजिक मूल्यों का ह्रास हुआ है तथा
- आजीविका अर्थव्यवस्था की नीति का अनुसरण करते हुए धन संग्रह जीवन यापन से ऊपर उठकर अधिक से अधिक सुविधाओं के संग्रह में परिवर्तित हो गया है
- जो वर्तमान समय की एक क्षैतिज स्तर पर व्यवस्था विकसित हुई है उसके अंतर्गत किन्नर समाज में सबके अपने अपने समूह एवं क्षेत्र अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण से विभाजित हैं
- जोकि स्पष्ट संकेत देता है कि सामाजिक दायित्व, समरसता एवं विविधता कहीं पीछे छूट गई है।
- भारतीय समाज विविधता में किन्नर समाज एवं शेष भारतीय समाज का संबंध प्राण वायु के समान है जिसमें श्वसन की प्रक्रिया के समान प्राण अंदर एवं बाहर सहसंबंध एवं सह अस्तित्व के आधार पर जीवित रहते हैं।
- किसी एक पक्ष के द्वारा इन संबंधों का निम्न स्तर पर आना ऐसा आरोप किसी एक पक्ष पर नहीं लगाया जा सकता लेकिन चुकी -
- शेष भारतीय समाज स्वयं में संपन्न एवं
- नेतृत्व करने वाला था
- इसलिए प्राथमिकता किन्नर समाज से पहले शेष भारतीय संस्कृति समाज की थी
- कि क्या कारण रहा कि सामाजिक एवं सांस्कृतिक विविधता में किन्नर समाज का बहिष्कार संपन्न हुआ।
- भारतीय संविधान के दृष्टिकोण से यदि इस विषय की व्याख्या करें तो संविधान निर्माताओं ने भारतीय समाज सांस्कृतिक व्यवस्था का अधिक से अधिक समायोजन संविधान में किया।
- जहां अनुच्छेद 15 के उप भाग 3 मैं यह व्यवस्था की गई कि -
- राज्य आवश्यकता के अनुसार, राज्य सार्वजनिक सुविधा एवं सामाजिक विभेद को रोकने के लिए, लिंग आधारित व्यवस्था महिला समाज के लिए कर सकता है।
- एक लिंग के आधार पर लिंग को मान्यता देते हुए सामाजिक उत्थान के लिए लिंग आधारित महिला समाज को अलग से व्यवस्था सामाजिक उत्थान के लिए की गई है।
- वर्ष 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्णय में ट्रांसजेंडर (किन्नर) को एक तीसरे लिंग के रूप में मान्यता दी और इस प्रकार भारतीय संविधान के द्वार किन्नर समाज के लिए भी खुल गए जहां राज्य से वे अपने मौलिक अधिकारों को ले सकते हैं।
- प्रत्येक राज्य सुविधा एवं राज्य द्वारा निर्धारित नियम एवं उप नियम में तीसरे लिंग के रूप में ट्रांसजेंडर को लिखा गया।
- यह एक अभूतपूर्व निर्णय-
- भारतीय समाज की समरसता एवं
- विविधता को बनाने के लिए किया गया।
- कर्नाटक में हुए अंतिम विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रतिरूप के रूप में ट्रांसजेंडर समाज से आने वाली ( मंजम्मा जोगाती / MANJAMMA JOGATI) को चुनाव प्रतिरूप सूची में सम्मिलित किया गया है
- जहां उनका मूल कार्य कर्नाटक के मतदाताओं की चुनाव मैं सहभागिता एवं अधिक से अधिक मतदान के लिए प्रोत्साहित करके मत प्रतिशत में वृद्धि करवाना है।
- यह प्रयास लोकसभा चुनाव में भी जारी रहा और चुकी अब आगामी 5 फरवरी ( 05-02-2025 ) को दिल्ली ( Delhi Assembly Election - 2025 ) चुनाव है, तथा
- अरविंद केजरीवाल / Arvind Kejriwal चौथी बार मुख्यमंत्री / Chief Minister बनने के लिए रणभूमि में है,
- विपक्षी दल के रूप में भारतीय जनता पार्टी #BJP भी अपना एक आक्रामक चुनाव प्रचार कर रही है कि इस बार दिल्ली में अपनी सरकार सत्तासीन /स्थापित की जाए।
- इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी / Yogi Adityanath ji भी एक आक्रामक चुनाव प्रचार के अंतर्गत 14 चुनाव रैली दिल्ली में करेंगे।
- लेकिन इस पूरी चुनाव प्रक्रिया में हम आशा करेंगे कि जिस पक्ष को हम देख, समझ एवं अध्ययन कर रहे हैं उसकी अधिक से अधिक सहभागिता इस चुनाव में सुनिश्चित हो।
- इस अभियान को जारी रखते हुए इस बार हमको और अधिक मतदान प्रतिशत सहभागिता किन्नर समाज की देखने एवं अनुभव करने के लिए मिलेगी।
👉मकर संक्रांति पर्व -भौगोलिक एवं सांस्कृतिक समायोजन दर्शन का उदाहरण 👀
- भारतीय जनमानस इस राजनीतिक उत्सव में अपनी अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित कर रहा है
- इस सहभागिता को सुरक्षित करने के लिए चुनाव आयोग का यह निर्णय, कि भारतीय सामाजिक सांस्कृतिक विविधता के एक पक्ष ट्रांसजेंडर की सहभागिता भी सुनिश्चित की गई, अतुलनीय एवं सराहनीय नीति निर्देशक नेतृत्व देने वाला कदम है।
- निश्चित रूप से मतदान प्रतिशत में वृद्धि होगी मैं आशान्वित हूं।
- और यदि ऐसा होता है तब भारतीय समाज स्पष्ट संकेत दे रहा है कि वह मतदान सहभागिता एवं प्रतिशत वृद्धि की ट्रांसजेंडर समाज से आने वाली व्यक्ति की अपील को महत्व दे रहा है इस क्षेत्र में वह उसके सामाजिक नेतृत्व को स्वीकार कर रहा है।
- विशेष रुप से कर्नाटका का समाज एवं सामान्य रूप से भारतीय समाज के मध्य जो संदेश गया है
- उसके प्रतिउत्तर में जो विचार सामने आएगा
- उसमें किन्नर समाज के महत्व को समझने एवं समझाने में सहायता मिलेगी।
- विविधता सहभागिता एवं समायोजन के अभाव में नहीं मिल सकती और
- विकास तथा
- सतत विकास एवं
- संपन्नता का मूल आधार शिक्षा एवं विविधता है।
- भारतीय राज्य शिक्षा व्यवस्था पर बहुत अच्छा कार्य कर रहा है आवश्यकता सामाजिक व्यवस्था समायोजन की थी तथा चुनाव आयोग का यह एक निर्णय इसकी पूर्ति करता है।
- इस निर्णय के लिए मैं चुनाव आयोग की -
- प्रशंसा करता हूं एवं
- अपना धन्यवाद भारतीय चुनाव आयोग को प्रेषित करता हूं।
अभी-अभी समाचार आया है कि -
- रेखा गुप्ता / Rekha Gupta दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री होंगी।
- वह दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री होंगे तथा भाजपा ( Bhartiya Janata party - BJP ) की ओर से दूसरी महिला मुख्यमंत्री होगी।
- दिल्ली बीजेपी कि की ओर से दिल्ली को पहली महिला मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्रीमती सुषमा स्वराज / Late Sushma Swaraj के रूप में दी गई थी।
- दूसरी महिला मुख्यमंत्री एवं दिल्ली की सर्वाधिक सफल मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्रीमती शीला दीक्षित / Late Shila Dixit रही।
- तीसरी महिला मुख्यमंत्री अतिशी जी / Atishi ji आम आदमी पार्टी Aam Aadami Party की ओर से रही।
- अब चौथी महिला मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी /Rekha Gupta Ji दिल्ली की होगी।
- इसके साथी प्रवेश वर्मा / Pravesh Verma दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री / Deputy Chief Minister होंगे। निश्चित रूप से दिल्ली की राजनीति में उनको यह उचित स्थान मिलना चाहिए था आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के विजय रथ को रोकना एवं नई दिल्ली विधानसभा सीट / New Delhi legislative Assembly Seat से चुनावी विजय को प्राप्त करना एक साधारण राजनीतिक कार्य बिल्कुल भी नहीं है।
- इस प्रकार दिल्ली के चुनावी रण का पटाक्षेप होता है।
- नवनियुक्त मुख्यमंत्री एवं उप-मुख्यमंत्री दिल्ली को मेरी ओर से हार्दिक बधाई।
🙏🙏🙏
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