पर्यावरण भूगोल-01-परिभाषा
👉 NCERT-भूगोल-कक्षा-06👀
1. अध्याय-01
2. अध्याय-02
3. अध्याय-03
4. अध्याय-04
5. अध्याय-05
6. अध्याय-06
7. अध्याय-07
8. अध्याय-08
पर्यावरण भूगोल का अध्ययन 03 मंडल के अध्ययन का समावेशी अध्ययन है जहां पर -
- स्थल मंडल/ Lithosphere,
- वायुमंडल/ Atmosphere एवं
- जलमंडल/ Hydrosphere की उपस्थिति में जैव मंडल के संदर्भ में तीनों मंडलों में संबंध स्थापित किया जाता है।
पर्यावरण का अध्ययन वास्तविक प्रत्यक्ष
अध्ययन है जबकि इसके विपरीत आजकल की शिक्षा पद्धति एक बंद कृत्रिम वातावरण में हो
रही है।
पर्यावरण (Environment) का अध्ययन -
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- सूर्य के ताप से प्रारंभ होगा।
- जब पृथ्वी पर वायुमंडल के माध्यम से,
अजैविक (वायुमंडल संघटक/ Atmospheric Constituents ) कर्म के द्वारा , सूर्यताप पृथ्वी की सतह
पर आएगा।
- सतह पर आते ही पादप समुदाय (Plant Community) तथा वनस्पति (Rest Vegetation cover) सक्रिय होगी।
- इसको ग्रहण करते ही ऊर्जा का प्रभाव प्रारंभ हो जाएगा
- परिणाम स्वरुप वनस्पति मंडल तथा जीव मंडल का आपस मे ऊर्जा प्रवाह प्रारंभ होगा, एवं
- दोनों एक दूसरे के साथ "ऊर्जा प्रवाह संबंध (Energy Flow Relationship)" स्थापित करेंगे।
अब-
- सूर्य से प्राप्त यह अजैविक ऊर्जा वनस्पतियों में जैविक ऊर्जा/ Glucose में परिवर्तित होने लगेगी, एवं
- विभिन्न खाद्य श्रृंखला घटक (Food Chain Constituents) जैसे की घास- बकरी- बाघ तथा ध्वनि के माध्यम से
- यह जैविक ऊर्जा, अब खाद्य श्रृंखला के विभिन्न चरण एवं ध्वनि मे परिवर्तित होते हुए,
- पुनः वायुमंडल के माध्यम से वायुमंडल में तथा अंतरिक्ष में वापस हो जाएगी।
- कैल्शियम (Calcium),
- पोटैशियम ( Potassium )
- मैग्नीशियम (Magnisium) इत्यादि होते हैं
- यह पादप एवं वनस्पति की जड़ों द्वारा अवशोषित रहते हैं।
- जोकि जीव जगत से होते हुए जैव- भू रसायन चक्र ( Bio -Geo- Chemical cycle ) का कार्य संपादित करते हैं।
इस प्रकार मिट्टी से मिलने वाले अजैविक
तत्व खाद्य श्रृंखला से होते हुए पुनः मिट्टी में ही मिल जाते हैं।
Note-
- "जल चक्र का अध्ययन भी इसी क्रम में होता है जिसमें जल राशि से जल वायुमंडल में एवं वायुमंडल से पुनः जल राशि में आता है।"
- इसी क्रम में मृदा मंडल / Pedosphere,जो की परिणाम है जैविक तथा अजैविक मंडलों के संघटकों का, आता है जो की समान रूप से इनसे प्रभावित होता है
पारिस्थितिकी/ Ecology
- परिस्थितिकी / Ecology
के अंतर्गत पर्यावरण के विभिन्न घटक के अंतर संबंधों/ Inter Relationship का अध्ययन किया
जाता है।
- इससे हम यह समझ पाते हैं, कि
- पर्यावरण अपने आप में एक स्थिति इकाई है
- इसके विभिन्न घटक हैं
- किंतु पारिस्थितिकी के अंतर्गत हम पर्यावरण के इन्हीं विभिन्न घटकों का अंतर संबंध अध्ययन करते हैं
पारिस्थितिकीतंत्र (Ecosystem)-
- इसके अंतर्गत पारिस्थितिकी में जो अंतर संबंधों का अध्ययन किया गया था उस "अंतर संबंधों के प्रभाव का मापन" पारिस्थितिकी तंत्र के अंतर्गत किया जाता है।
- जैसे कि-
- किस प्रकार ऊर्जा पृथ्वी पर आती है और
- पुनः एक चक्रीय प्रक्रिया के अंतर्गत वायुमंडल और अंतरिक्ष में प्रवाहित हो जाती है।
- इसी के अंतर्गत "जैव -भू-रसायन संबंध" का मापन अध्ययन भी किया जाता है, जहां
- कितनी मात्रा में घास तथा वृक्ष कैल्शियम - पोटेशियम ले रहे हैं, तथा
- किस मात्रा में उनका सेवन करने वाले त्रण भक्षी (Grass Hopper) , तथा जीव भक्षी (Animal Hopper) में वह ऊर्जा स्थानांतरित हो रही है।
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