NCERT-राज व्यवस्था-कक्षा-6-अध्याय-01

 

👉प्रथम यह अध्ययन करें 👀

राज्य की परिभाषा- राजनीतिक

राज्य की परिभाषा- संवैधानिक

असमानता/ Inequality

 

असमानता स्वयं में एक नकारात्मक शब्दावली है जोकि मानवीय व्यवहार का परिणाम है तथा यह परिणाम सदैव ही नकारात्मक होता है।

असमानता से तात्पर्य प्रत्येक घटक अथवा व्यक्तिक को आनुपातिक समानता के अवसर उपलब्ध नहीं होना है।

Note- अनुपातिक समानता से तात्पर्य यहां पर संसाधनों की आपूर्ति समान मात्रा में न होकर मांग की आवश्यकता के अनुसार निश्चित की जाती है ।

उदाहरण के लिए यदि हम एक आदर्श समानता के सिद्धांत का अनुसरण करते हैं तब-

  1.  मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत संपन्न वर्ग एवं 
  2. वंचित वर्ग के बच्चों को एक समान प्रक्रिया के अंतर्गत भोजन उपलब्ध होना चाहिए किंतु ऐसा नहीं होता है जो कि उचित है।

संपन्न वर्ग एक सक्षम है उस वंचित वर्ग की तुलना में जिसको शिक्षा तथा भोजन की आपूर्ति राज्य की सहायता से ही की जा सकती है।

आनुपातिकसमानता स्वयं मे योग्यता का निर्माण करती है।

    


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भिन्नता/ Differences

 

  1. हमारे चारों ओर के वातावरण का अध्ययन जब हम गंभीरता के साथ करते हैं तब हम पाते हैं प्रत्येक घटक अथवा पक्ष एक दूसरे से भिन्न प्रकार  के गुण रखते है तथा यह गुण तार्किक एवं आनुपातिक होते हैं 
  2. जिसके परिणाम स्वरूप ही यह अपनी उपयोगिता को सिद्ध करते हैं।

इस तथ्य को हम इस विचार के साथ भी समझ सकते हैं कि -

  1. विभिन्नता के अभाव में, क्योंकि कोई भी घटक समस्त कार्य अथवा आवश्यकताओं के लिए स्वयं में संपूर्ण नहीं होता।
  2. इसलिए भिन्नता के अभाव से कार्य निष्पादन या परिणाम में सफलता नहीं प्राप्त हो पाती है।
  3. अर्थात भिन्नता यह सिद्ध करती है कि प्रत्येक पक्ष का कार्य निष्पादन की प्रक्रिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान है।
  4. जब हम प्रत्येक घटक अथवा  पक्ष को स्वीकार करते हुए एवं 
  5. उसकी उपयोगिता का समायोजन करते हुए 
  6. एक प्रक्रिया के अंतर्गत कार्य करते हैं तो यह भिन्नता कहलाती है।

भिन्नता एक सकारात्मक शब्दावली है जोकि अपने अंदर- 

  1. मान्यता तथा 
  2. स्वीकार्यता का समायोजन करती है।

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विविधता/ Diversity




 

भिन्नता से अगला चरण हां पर हम -

  1. प्रत्येक घटक अथवा पक्ष को स्वीकार करते हुए 
  2. उसे संस्थागत रूप में स्थापित करते हैं तब वह विविधता कहलाती है।

संस्थागत रूप में स्थापित करने का मूल कारण यह बताना है कि समय के साथ विविधता के विभिन्न पक्षों का विकास हुआ है।

यह एक सकारात्मक पक्ष है जोकि -

  1. समय 
  2. परिस्थिति तथा 
  3. परिस्थितिकी तंत्र विषयगत है।

परिवर्तन प्रकृति का नियम है तथा एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत वर्तमान विविधताअपने उच्च बिंदु को प्राप्त करती है तथा साथ ही साथ नई विविधता जन्म ले रही होती है।

भिन्नता को -

  1. मान्यता देना 
  2. उसका समायोजन करना तथा 
  3. उसके साथ जीवन यापन करना विविधता का मुख्य पक्ष है क्योंकि अंत:संबंध के साथ ही विविधता क्रियाशील रह सकती है।


प्रश्न-  ऐतिहासिक तथा भौगोलिक कारण / पक्ष क्षेत्र विशेष की विविधता को प्रभावित करते हैं?






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