प्रश्न - प्रायद्वीपीय भारत में पश्चिमी घाट की नदियाँ डेल्टा नहीं बनाती। क्यों?
अनुक्रमणिका- प्रश्न की समझ प्रश्न से संबंधित व्याख्या प्रमुख रूप से डेल्टा निर्माण प्रक्रिया में प्राथमिक रूप से उपस्थित कारक पश्चिमी घाट एवं पूर्वी घाट की स्थलाकृति का अंतर आदर्श उत्तर 👉 अन्य विषय की अध्ययन सामग्री के लिए साइटमैप देखें 👀 व्याख्यान- नदी प्रवाह के तीन चरण होते हैं - युवावस्था, प्रोण अवस्था एवं वृद्ध अवस्था , तथा डेल्टा स्थलाकृति निर्माण की प्रक्रिया नदी की वृद्ध अवस्था अर्थात तृतीय चरण का परिणाम है। डेल्टा बनने की स्थिति में आवश्यक है कि- नदी की ढाल प्रवणता लगभग 0.5 ° ( डिग्री) अर्थात लगभग शून्य के निकट होनी चाहिए। नदी जिस मार्ग पर प्रवाहित होकर आ रही है वह अधिकतम अवसादी चट्टानों का बना होना चाहिए परिणाम स्वरूप अवसाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो सके क्योंकि हम जानते हैं की आग्नेय चट्टान तथा रूपांतरित चट्टानें कठोर चट्टान होती है जो की निम्न अवसादीकरण की प्रक्रिया में न्यूनतम अवसाद को उपलब्ध करवाती है। 👉 NCERT- भूगोल-कक्षा- 06- अध्याय 👀 इसी प्रवाह प...