तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) तक राणा प्रताप से 👀
आज विषय थोड़ा
जटिल लेकिन अति आवश्यक है।
राणा,-
- वर्ण सूचक यह शब्द क्षत्रिय वंश से संबंध रखता है।
- अर्थात यदि आपका वर्ण क्षत्रिय है, साधारण भाषा में यदि आप राजपूत समाज, ठाकुर समाज, जाट समाज, गुर्जर, सोलंकी, पवार तथा अन्य क्षत्रिय समाज की किसी की जड़ क्षत्रिय समाज से आते हैं तो
- आपके यहां पर यह राणा सूचक वर्ण व्यवस्था का शब्द मिलेगा।
क्षत्रिय अर्थात छत्रक -
- जो अपनी छाया के द्वारा समाज के प्रत्येक वर्ग को सुरक्षा देने वाला होता है, तथा
- यही क्षत्रिय समाज का मूल है कि समाज के प्रत्येक वर्ग को सुरक्षा देनी है।
- अर्थात यदि आप वास्तविक में एक क्षत्रिय समाज के व्यक्ति के साथ है तो निश्चित रहे क्योंकि आपकी सुरक्षा निश्चित है, तथा
- इसी सिद्धांत का अनुसरण कर क्षत्रिय समाज दायित्व के रूप में निर्वहन करता है कि मुझे सामाजिक सुरक्षा देनी है।
सनातन समाज के प्रमुख वीरो में से एक प्रमुख नाम महाराणा प्रताप का आता है अर्थात जो कि राणा है
और महान अर्थात विशाल है इसलिए महाराणा है।
NOTE-
"अपवाद प्रत्येक
समाज में मिल सकते हैं लेकिन वह अपवाद व्यक्तियों के रूप में है यहां पर मैं
क्षत्रिय समाज के सिद्धांत और उसकी विचारधारा के विषय में चर्चा कर रहा हूं।
तहव्वुर राणा -
- एक पाकिस्तानी मूल का आतंकवादी,
- जिसके पास कनाडा की नागरिकता है,
- उसका प्रत्यार्पण आज अभी कुछ समय पूर्व भारत सरकार और NIA- National Investigation Agency के प्रयासरत भारत की धरती पर संपन्न हो गया।
तो ऐसा क्या हुआ कि -
- वह व्यक्ति जिसके नाम में राणा लगा हुआ है वह जड़ मूल आतंकवादी बन गया और
- एक देश के विरुद्ध आपराधिक षड्यंत्र करके आतंकवादी घटना कर देता है।
- इस प्रश्न का उत्तर उसकी नाम की प्रथम शब्दावली में छुपा है जहां नाम पढ़ने में तहव्वुर अर्थात शांतिदूत समुदाय से आता है।
यह समुदाय -
- एकेश्वरवाद मे विश्वास रखता है जहां अन्य धर्म एवं पंथ का कोई स्थान नहीं है।
- शांति दूध का Aल्लाह@ ही सबसे ऊंचा सबसे बड़ा श्रेष्ठ तथा पूजा करने योग्य है
- ना तो कोई उससे अधिक विशाल तथा अधिक मान्य है और ना ही कोई उसके समकक्ष है।
इसी एकअल्लामा (Monotheism) का सिद्धांत मे -
- Aल्लाह@ का आदेश है कि साम, दाम, दंड, भेद किसी भी प्रकार से इस संपूर्ण विश्व को शांतिदूत समुदाय में परिवर्तित कर
- एक वैश्विक शांतिदूत समुदाय (One Global @Mus+Lim Community ) स्थापित करना है।
इसके लिए आवश्यक है कि-
- इस लक्ष्य प्राप्ति में जो सबसे बड़ी बाधा भारत / INDIA नाम की है उसको समाप्त किया जाए तथा
- दूसरे चरण ( In Second STAGE ) में इसकी 110 करोड़ की हिंदू जनसंख्या को शांतिदूत समुदाय में परिवर्तित करवाया जाए
- क्योंकि इस प्रकार एक साथ इतनी बड़ी जनसंख्या का शांतिदूत समुदाय में जुड़ जाने का अर्थ है कि मिल्लते-ऐ-ISस्लाम अर्थात ( One Global @Mus+Lim Community ) का लक्ष्य लगभग पूर्ण हो जायेगा।
- अब तीसरे चरण ( In Third STAGE ) में यूरोप/ Europe पर आधिपत्य स्थापित कर
- अंतिम चरण ( In Fourth STAGE ) में अमेरिका America ( US/USA ) का नंबर लगेगा।
👉NCERT-भूगोल कक्षा-06- लिंक-पृष्ठ 👀
मूल क्या है-
- मूल है कि जब कोई सनातन संस्कृति, सभ्यता एवं धर्म आचरण से एकेश्वरवाद शांतिदूत समुदाय का हो जाता है
- तो वह कट्टर तथा आतंकवादी हो जाता है, तथा
- 👀 इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है।
यह जानते हुए कि -
- वह परिवर्तित हिंदू समाज से हुआ है
- शांतिदूत समुदाय में परिवर्तित होते ही वह कट्टर भाईजान बंन कर हिंदू समाज, सनातन संस्कृति तथा भारत का शत्रु बनता है, और
- आतंकवादी के रूप में उसको समाप्त करने का प्रयास कर रहा था।
वास्तव में -
- यह उदाहरण केवल एक तहव्वुर राणा का नहीं है
- मूलतः बहुमत समाज इसी विचारधारा का है
- जो कि प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से मिल्लते-ऐ-ISस्लाम कासमर्थन करते हुए
- इस लक्ष्य उन्मुख कार्य कर रहा है।
हिंदू समाज सहिष्णु है किंतु नपुंसक नहीं ❓❓
- जिस प्रकार महाराणा प्रताप ने युद्ध लड़े एवं शस्त्र उठाकर रक्त पान शत्रुओं का किया
- हिंदू समाज को भी वही करना होगा
- नहीं तो जिस सभ्यता का विस्तार पूर्वी ईरान (From East Europe) से लेकर दक्षिण पूर्व एशिया ( South East Asia) तक था
- वह वर्तमान के भारत देश में सिमट कर रह गया है
- उसमें भी हमारे शीर्ष राज्य का अर्थात Jammu -&- Kashmir का एक बड़ा भाग अवैध रूप से पाकिस्तान और चीन ( Pakistan & China) अधिपत्य में है।
यदि -
- नहीं लड़े तो आने वाली पीढ़ी समाप्त हो जाएगी
- या तो उसकी हत्या कर दी जाएगी या शांति दूत समाज में परिवर्तित हो जाएगी।
अब निर्णय हम
लोगों को ही करना है कि भविष्य किस प्रकार का चाहिए।
👀👀
👉NCERT-GEOGRAPHY-CLASS-07- 👀
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